राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा शुरू होने से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विश्वासपात्र गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव के परिवार से जुड़े व्यक्तियों और संस्थानों पर आयकर विभाग के छापे। कारोबारियों से चंदा लेने वाले गली-कूचों के राजनीतिक दलों पर भी कार्यवाही। राजस्थान में खनन कारोबार से जुड़े एक पूर्व मंत्री भी आयकर और ईडी के निशाने पर। सीएम गहलोत को देश में गृह युद्ध की आशंका।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा 7 सितंबर को सायं 5 बजे कन्या कुमारी से शुरू हो रही है, लेकिन से पहले 7 सितंबर की सुबह ही आयकर विभाग ने देश भर में छापामार कार्यवाही की। इनमें राजस्थान के गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव के परिवार से जुड़े व्यक्ति और संस्थाएं भी शामिल हैं। यादव के परिवार के जयपुर और कोटपूतली के परिसरों में छापामार कार्यवाही की गई है। कोटपूतली की एक फैक्ट्री में मिडडे मील में सप्लाई होने वाला आटा और अन्य सामग्री तैयार होती है। जानकार सूत्रों के अनुसार प्रदेश में मिडडे मील योजना में राजेंद्र यादव के परिवार से जुड़ी संस्थाएं ही सामग्री सप्लाई करती है। राजेंद्र यादव के परिवार पर आयकर विभाग के छापे की कार्यवाही इसलिए महत्वपूर्ण है कि यादव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विश्वासपात्र मंत्री हैं। गहलोत के भरोसे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राजेंद्र यादव को गहलोत ने अधीन राज्य मंत्री बनाया है। गहलोत के पास ही गृह विभाग का प्रभार है। राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा के मद्देनजर गहलोत केरल के दौरे पर हैं। सीएम गहलोत अकसर आरोप लगाते हैं कि मोदी सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। खाद-बीज घोटाले में ईडी ने गहलोत के बड़े भाई जोधपुर निवासी अग्रसेन गहलोत से भी पूछताछ की है। अग्रसेन गहलोत पर किसानों की खाद ऊंची कीमत पर विदेशों में बेचने का आरोप है। वहीं राजेंद्र यादव के परिवार के सदस्यों एवं पहचान वालों पर आरोप है कि उन्होंने मिड-डे मील की सप्लाई में भारी वित्तीय अनियमितताएं की है। 7 सितंबर को जयपुर और कोटपूतली में जिन संस्थाओं और व्यक्तियों पर कार्यवाही हुई है, उनमें मधुर यादव एंड फैमिली, शाही ट्रेडिंग, कमलीज राणावत, मूलचंद व्यास आदि शामिल हैं। मिडडे मील योजना में हुए घोटाले की राशि एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की बताई जा रही है। राजेंद्र यादव के पहचान वालों पर हुई कार्यवाही से राजस्थान का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गर्म हो गया है। बताया जा रहा है कि खनन कार्य से जुड़े कांग्रेस के एक पूर्व मंत्री भी आयकर और ईडी के निशाने पर है। आरोप है कि मंत्री रहते हुए इस नेता ने अकुत सम्पत्ति जमा की। कांग्रेस की राजनीति में इस नेता का प्रमोशन भी सीएम गहलोत ने ही करवाया है।
कोई गड़बड़ी नहीं-यादव:
आयकर विभाग की छापामार कार्यवाही के संबंध में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने कहा कि उनका परिवार पिछले कई दशकों से कारोबार कर रहा है। कारोबार पूर्ण ईमानदारी और सरकार के नियमों के तहत किया जाता है। कारोबार में किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितताएं नहीं है। कुछ लोग उनकी राजनीतिक छवि को खराब करने के लिए दुष्प्रचार कर रहे हैं। जांच की कार्यवाही में आयकर विभाग के अधिकारी जो भी दस्तावेज मांगे उन्हें उपलब्ध करवाया जाएगा। लेकिन जो लोग मेरी छवि खराब कर रहे हैं उनके विरुद्ध मानहानि की कार्यवाही की जाएगी। उनके परिवार से जुड़ी संस्थाओं का मिड डे मील में सप्लाई का कोई काम नहीं है।
गली कूचों के दलों पर भी कार्यवाही:
आयकर विभाग ने 7 सितंबर को देश के 7 राज्यों में सौ से भी ज्यादा स्थानों पर छापामार कार्यवाही की है। असल में चुनाव आयोग ने आयकर विभाग को उन राजनीतिक दलों की सूची सौंपी हैं, जिन्हें कारोबारियों ने बड़ी मात्रा में चंदा दिया है। ऐसे दल गली कूचों में संचालित हो रहे हैं। राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे पर आयकर की छूट है। ऐसे में कारोबारी गली कूचों में चलने वाले रजिस्टर्ड राजनीतिक दलों को चंदा देते हैं और नकद राशि प्राप्त कर लेते हैं। आयकर विभाग ने उन कारोबारियों पर छापामार कार्यवाही की है उन्होंने राजनीतिक दलों को चंदा दिया है।
गृहयुद्ध की आशंका:
7 सितंबर को राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा शुरू होने से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कन्या कुमारी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। गहलोत ने कहा कि देश में धर्म के नाम पर जो उन्माद फैलाया जा रहा है, उसकी वजह से देश में गृह युद्ध की आशंका हो गई है। हिन्दू बाहुल्य क्षेत्र में मुसलमान स्वयं को असुरक्षित और मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में हिन्दू स्वयं को असुरक्षित समझता है। उन्होंने कहा कि देश में हिन्दू और मुसलमान भाईचारे के साथ रहते आ रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से देश का माहौल खराब हो गया है। माहौल को सुधारने के लिए ही राहुल गांधी भारत जोड़ों यात्रा शुरू कर रहे हैं। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस का आम कार्यकर्ता चाहता है कि राहुल गांधी ही कांग्रेस का नेतृत्व करें। आज देश को राहुल गांधी के नेतृत्व की जरूरत है। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी की हत्या के बाद उनकी पत्नी श्रीमती सोनिया गांधी राजनीति में आने को इच्छुक नहीं थी। लेकिन मेरे जैसे कांग्रेस नेताओं के आग्रह पर सोनिया गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाली। मैं आज भी यह मानता हंू कि अब राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान संभालनी चाहिए। गहलोत ने इस बात पर अफसोस जताया कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव में जवाहरलाल नेहरू और श्रीमती इंदिरा गांधी के कार्यों का उल्लेख नहीं किया जा हा है। देश जब आजाद हुआ था, तब सुई भी नहीं बनती थी। लेकिन कांग्रेस के पचास वर्षों के शासन में देश में तेजी से औद्योगिक विकास किया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार देश भावना से काम करती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (07-09-2022)
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