सात बेटियों के बाद बेटा जन्म ले और वह भी दिवंगत हो जाए तो ऐसे दम्पत्ति के दर्द का अंदाजा लगाया जा सकता है। लेखक विनोद सोमानी हंस ने अपनी 34वीं पुस्तक चौराहे के तीन रास्ते दिवंगत पत्नी विद्या को समर्पित की। फादर थॉमस को मिला राजीव गांधी समरसता रत्न अवार्ड। दाहरसेन स्मारक पर खेलों का महाकुंभ।
किसी दंपत्ति के सात पुत्रियों के बाद पुत्र का जन्म हो और तीन माह बाद उस पुत्र की मृत्यु हो जाए तो ऐसे दंपत्ति के दर्द का अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रदेश के सुप्रसिद्ध लेखक और साहित्यकार डॉ. विनोद सोमानी हंस ने 34वीं पुस्तक – चौराहे के तीन रास्ते दिवंगत पत्नी विद्या सोमानी को समर्पित की है। इस पुस्तक में ही हंस ने अपने दर्द को बयां किया है। हंस ने इस बात को स्वीकारा कि जब सातवीं पुत्री हुई तो घर परिवार और समाज में कैसे कैसे ताने सुनने पड़े। लेकिन विपरीत परिस्थितियों में उन दोनों ने धैर्य बनाए रखा। इसमें ज्यादा योगदान उनकी पत्नी विद्या सोमानी का रहा। दिवंगत पत्नी को समर्पित यह पुस्तक घर परिवार में होने वाली छोटी छोटी घटनाओं पर लिखी गई है। इसलिए युवा पीढ़ी को इस पुस्तक को जरूर पढ़ना चाहिए। सबसे खास बात यह है कि 34वीं पुस्तक हंस ने 85 वर्ष की उम्र में लिखी है। एक पिता का प्यार और एक पत्नी के समर्पण भाव का अहसास भी यह पुस्तक करवाती है। यूं तो एक चौराहे के चार रास्ते होते है, लेकिन विनोद सोमानी हंस को अब जीवन के तीन रास्ते ही नजर आ रहे है। क्योंकि गत 23 मार्च को पत्नी विद्या के निधन के बाद एक रास्ता बंद हो गया है। अब इस पुस्तक में कल्पना के आधार पर हंस ने अपनी पत्नी की उपस्थिति को दर्ज करवाया है। सामाजिक सरोकारों से जुड़ी इस पुस्तक का विमोचन 23 मई को अजमेर की जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने किया। इस अवसर पर विनोद सोमानी के पुत्र चार्टर्ड एकाउंटेंट श्याम सोमानी उपस्थित रहे। मालूम हो कि श्याम सोमानी मित्तल अस्पताल के वाइस प्रेसीडेंट है। श्याम सोमानी का कहना है कि उन्हें गर्व है कि वे विनोद सोमानी हंस के पुत्र है। उनके पिता ने जीवन भर संघर्ष किया, लेकिन वे हमेशा लेखन के कार्य से जुड़े रहे। आने वाले समय में उनके पिता द्वारा लिखी गई पुस्तकें समाज का मार्ग दर्शन करेंगी। हंस की साहित्यिक उपलब्धियों के मोबाइल नंबर 9351090005 पर विनोद सोमानी हंस और मोबाइल नंबर 9314390005 पर श्याम सोमानी की हौसला अफजाई की जा सकती है। पुस्तक का प्रकाशन जयुपर स्थित साहित्यगार संस्थान द्वारा किया गया है।
समरसता रत्न अवार्ड:
अजमेर के फादर थॉमस को दिल्ली में आयोजित एक समारोह में राजीव गांधी समरसता अवार्ड सम्मानित किया गया। राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित इस समारोह में पूर्व गृहराज्यमंत्री सुबोधकांत सहाय, कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव रोणित डिमेलो आदि उपस्थित थे। यह अवार्ड समाज में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए देश भर के 71 लोगों दिया गया है। कार्यक्रम में 22 राष्ट्रों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। मोबाइल नंबर 80790733019 पर फादर थॉमस को बधाई दी जा सकती है।
खेलों का महाकुंभ:
अजमेर के पुष्कर रोड स्थित हरिभाऊ उपाध्याय नगर विस्तार विकास समिति का खेल महोत्सव इन दिनों दाहरसेन स्मारक और खेल मैदान पर हो रहा है। समिति के अध्यक्ष एडवोकेट संदीप धाबाई ने बताया कि 22 मई से शुरू हुए इस महोत्सव में 27 खेलों के 800 प्रतियोगी भाग ले रहे हैं। युवाओं की रुचि को ध्यान में रखते हुए क्रिकेट, फुटबॉल, वालीबॉल, हॉकी की खेल प्रतियोगिताएं भी रखी गई है। महिला कबड्डी के मैच भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। खेलों के आयोजन में विकास समिति से जुड़े परिवार के सदस्य बड़ी संख्या में भाग ले रहे है, खेलों का आयोजन 28 मई तक होगा। खेल महाकुंभ के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9413828292 पर संदीप धाबाई से ली जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (24-05-2023)
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