तो सब्जी विक्रेता की तरह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नए जिले बांट रहे हैं। राजस्थान सिंधी अकादमी में अजमेर के नरेश राघानी और दीपा थदानी भी शामिल।

6 अक्टूबर को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुचामन सिटी, मालपुरा और सुजानगढ़ को नए जिले बनाने की घोषणा की। इससे पहले 19 नए जिलों की घोषणा विधानसभा में की जा चुकी है। अब राजस्थान में सबको मिलाकर 53 जिले और 10 संभाग हो गए हैं। सीएम गहलोत ने जिस तरह नए जिले बनाए हैं, उसके मद्देनजर राजस्थान पत्रिका में अभिषेक का एक कार्टून प्रकाशित हुआ है। इस कार्टून में सीएम गहलोत को सब्जी का ठेला चलाते हुए दिखाया गया है और ठेले में नए जिले के प्रतीक रखे गए हैं। सब्जी विक्रेता की ओर से कहा जा रहा है कि यहां हर साइज का जिला मिलता है। सीएम गहलोत ने जिस तरह छोटे छोटे उपखंडों को जिला बनाया है, उसमें अभिषेक का यह कार्टून सही प्रतीक होता है। इसमें कोई दो राय नहीं की राजनीतिक नजरिए से बनाए गए जिलों में आने वाले दिनों में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। कहा जा रहा है कि प्रशासनिक तंत्र को जनता के निकट पहुंचने के लिए नए जिले बनाए गए हैं। अब प्रदेश के किसी भी नागरिक को जिला मुख्यालय आने के लिए 20 किलोमीटर या इससे भी ज्यादा का सफर तय नहीं करना पड़ेगा। हालांकि प्रशासनिक तंत्र में उपखंड अधिकारी और कार्यपालक मजिस्ट्रेट के तौर पर काम करने वाले तहसीलदार के पद भी होते हैं। लेकिन अब उपखंड अधिकारी के स्तर पर कलेक्टर को बैठा दिया गया है। इससे आम जनता को कितनी राहत मिलेगी, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन उपखंड स्तर पर जिला मुख्यालय की सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर करोड़ों रुपया खर्च होगा। 22 नए जिले बनाने पर कांग्रेस को कितना फायदा होगा, यह तो विधानसभा चुनाव के परिणाम पर ही पता चलेगा, लेकिन अशोक गहलोत राजस्थान के ऐतिहासिक मुख्यमंत्री जरूर बन गए हैं। 
अजमेर के दो सदस्य:
7 अक्टूबर को नवगठित राजस्थान सिंधी अकादमी के अध्यक्ष और 11 सदस्यों ने जयपुर में शपथ ग्रहण कर ली है। चुनाव आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए यह शपथ ग्रहण समारोह कितनी जल्द रखा गया। राज्य सरकार के कला साहित्य संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के उप शासन सचिव नवीन यादव ने 6 अक्टूबर को ही एक आदेश निकाल कर जयपुर के सुनील पारवानी को अकादमी का अध्यक्ष नियुक्ति किया गया था। सुनील पारवानी प्रदेश के जाने माने कारोबारी झागीराम के पुत्र हैं। सरकार ने जोधपुर के राम देवनानी, श्रीमती वृषा, अजमेर के नरेश राघानी (पत्रकार), डॉ. दीपा थदानी, बीकानेर के राधा किशन चांदवानी, विजय एलानी,  पाली के देवदास चंदनानी, कोटा के किशोर मदनानी, जयपुर के मनोज डाकवानी, बलदेव जीवनानी, नारायण केवलानी तथा सीकर के नरेश सिंधी को सदस्य मनोनीत किया है। उल्लेखनीय है कि अजमेर के नरेश राघानी जाने माने पत्रकार, शायर और ब्लॉगर हैं। इसी प्रकार दीपा थदानी अजमेर के मेडिकल कॉलेज में शिक्षक हैं। श्रीमती थदानी के पति डॉ. लाल थदानी पूर्व में इस अकादमी के अध्यक्ष रह चुके हैं। नवनियुक्ति सदस्य नरेश राघानी का कहना है कि उन्हें अकादमी में काम के लिए जितना भी समय मिलेगा, उतने में प्रदेश में सिंधी साहित्य के लिए महत्वपूर्ण काम किए जाएंगे। राघानी ने उनकी नियुक्ति के लिए आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ का आभार जताया है। राघानी ने कहा कि धर्मेन्द्र राठौड़ इन दिनों अजमेर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। मोबाइल नंबर 9829070307 पर राघानी को बधाई दी जा सकती है ।


S.P.MITTAL BLOGGER (07-10-2023)

Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511

Print Friendly, PDF & Email

You may also like...