पीएम मोदी की नजर में सतीश पूनिया ने सौ प्रतिशत अंक प्राप्त किए। उम्मीदवारों की सूची में से स्वयं अपना नाम कटवाया। राजेंद्र राठौड़ ने बताई भाजपा संसदीय बोर्ड की गोपनीय बातें। वसुंधरा राजे के सहयोग के बगैर ही भाजपा का चुनाव घोषणा पत्र जारी हो गया।
सब जानते हैं कि राजस्थान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया का नाम लोकसभा चुनाव के लिए अजमेर संसदीय क्षेत्र से था। प्रदेश स्तर से उम्मीदवारों की जो सूची भाजपा के संसदीय बोर्ड में पहुंची उसमें भी पूनिया का नाम लिखा हुआ था, लेकिन जब यह सूची बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पहुंची तो उन्होंने सवाल किया कि सतीश पूनिया खुद चुनाव लड़ेंगे तो फिर अन्य उम्मीदवारों को चुनाव कौन लड़वाएगा। इस बैठक में सतीश पूनिया भी उपस्थित थे। पीएम मोदी की बात सुनकर पूनिया खड़े हुए और विनम्र शब्दों में कहा कि मेरा नाम उम्मीदवारों की सूची में से हटा दिया जाए। पूनिया ने कहा कि पीएम जो भी निर्देश देंगे उसके अनुरूप में काम करुंगा। संसदीय बोर्ड की यह गोपनीय बातें 13 अप्रैल को भाजपा विधायक दल के नेता रहे राजेंद्र सिंह राठौड़ ने चूरू की एक चुनावी सभा में बताई राठौड़ ने कहा कि सतीश पूनिया जैसा नेता बनने के लिए त्याग करना पड़ता है। राठौड़ ने कहा कि पूनिया आज इस स्थिति में है कि वे आज अपने लिए टिकट ले सकते हैं, लेकिन पूनिया ने स्वयं ही उम्मीदवारों की सूची में से अपना नाम कटवा दिया। जानकार सूत्रों के अनुसार संसदीय बोर्ड की बैठक में पूनिया ने जो बात कही उसकी प्रशंसा पीएम मोदी ने भी की। कहा जा सकता है कि पूनिया ने मादेी की नजर में सौ प्रतिशत अंक प्राप्त कर लिए है। सूत्रों के अनुसार संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद ही सतीश पूनिया को हरियाणा का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया। राजनीतिक दृष्टि से यह नियुक्ति अपने आप में महत्वपूर्ण है। पूनिया अब हरियाणा ही नहीं राजस्थान में भी भाजपा उम्मीदवारों को जिताने का काम पूरी निष्ठा और मेहनत के साथ कर रहे हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि चूरू संसदीय क्षेत्र में भाजपा ने मौजूदा सांसद राहुल कांस्वा का टिकट काटकर पैरा ओलंपिक में गोल्ड मैडल प्राप्त करने वाले देवेंद्र झाझडिय़ा को उम्मीदवार बनाया है। टिकट कटने से नाराज राहुल कांस्वा ने कांग्रेस का टिकट हासिल कर लिया और अब भाजपा को चुनौती दे रहे है। राजेंद्र राठौड़ ने सतीश पूनिया के त्याग की बात राहुल कांस्वा के संदर्भ में ही कही। हालांकि राहुल कस्वा अपना टिकट कटने के लिए राजेंद्र राठौड़ को दोषी मानते हैं। जबकि राजेंद्र राठौड़ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मेरे विरोध की वजह से कस्वां का टिकट नहीं कटा। यदि मैं किसी सांसद का टिकट कटवाने की हैसियत में होता तो मेरा खुद का टिकट राजसमंद से नहीं कटता। मालूम हो कि राजेंद्र राठौड़ का नाम भी राजसमंद से उम्मीदवारों की सूची में था, लेकिन राठौड़ की जगह महिमा कुमारी को उम्मीदवार बनाया गया।
राजे के सहयोग के बिना ही घोषणा:
14 अप्रैल को दिल्ली में भाजपा का चुनावी घोषणा पत्र जारी हो गया। घोषणा पत्र बनाने वाली कमेटी ने राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे का नाम भी सदस्यों की सूची में था, लेकिन दिल्ली में हुई घोषणा पत्र समिति की बैठक में राजे ने एक बार भी भाग नहीं लिया। यानी राजे के सहयोग के बिना ही भाजपा का घोषणा पत्र जारी हो गया।
S.P.MITTAL BLOGGER (14-04-2024)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511