अलवर में भूपेंद्र यादव ने पीएम मोदी का चेहरा ही आगे रखा। इसलिए अब भाजपा मजबूत स्थिति में। मतदाताओं को भरोसा है कि एनसीआर में शामिल अलवर का विकास भूपेंद्र यादव जैसा प्रभावी सांसद ही कर सकता है-सुरेश रावत।

राजस्था का अलवर उन 11 संसदीय क्षेत्रों में शामिल है जहां हाल ही के विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुकाबले कांग्रेस को ज्यादा वोट मिले थे। चुनाव विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार विधानसभा चुनाव में अलवर को कांग्रेस को 1 लाख 15 हजार 911 मतों की बढ़त मिली थी। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही अलवर के भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने चुनाव की रणनीति बनाई। यादव को पता था कि 2019 में लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी बाबा बालकनाथ की जो 3 लाख 29 हजार 971 मतों से जीत हुई उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे की महत्वपूर्ण भूमिका थी। इसलिए इस बार भी यादव ने मोदी का चेहरा आगे रखकर ही चुनाव प्रचार किया। चूंकि अलवर में 19 अप्रैल को मतदान होना है, इसलिए 17 अप्रैल को सायं पांच बजे चुनाव का शोर थम जाएगा। प्रचार के अंतिम दौर में जो तस्वीर सामने आई है, उसके अनुसार अलवर संसदीय क्षेत्र में भी मोदी के चेहरे की महत्वपूर्ण भूमिका है। भूपेंद्र यादव भी चुनावी सभाओं में यही कहते हैं कि इस बार चार सौ पार की बात सच करनी है, इसलिए मोदी जी को जिताना है। यादव का कहना होता है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 इसलिए हट पाया कि अलवर की जनता ने मोदी को वोट दिया था। मोदी जी ने बाधाएं हटाई इसलिए अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन पाया। मोदी जी की आर्थिक नीतियों की वजह से ही भारत दुनिया की तीसरी शक्ति बनने जा रहा है। इसका फायदा अलवर के युवाओं को भी मिल रहा है। भूपेंद्र यादव अपना प्रचार जाति से ऊपर उठकर कर रहे है। यादव को इस बात का एहसास है कि आज देश की जनता मोदी की गारंटी पर भरोसा करती है। यह सही है कि कांग्रेस ने स्थानीय वाद का नारा देते हुए कांग्रेस के विधायक ललित यादव को उम्मीदवार बनाया है। ललित यादव की उम्मीदवारी में अलवर राजघराने के भंवर जितेंद्र सिंह की भूमिका रही है। लेकिन अब कांग्रेसियों का मानना है कि भंवर जितेंद्र सिंह अपेक्षित मदद नहीं कर रहे है। भाजपा प्रत्याशी भूपेंद्र यादव ने कांग्रेस की आपसी गुटबाजी का फायदा उठाते हुए पहले ही जिला प्रमुख बलवीर छिल्लर, पूर्व सांसद डॉ.करण सिंह यादव पूर्व मंत्री राजेंद्र यादव जैसे प्रभावी कांग्रेसियों को भाजपा में शामिल करवा लिया। डॉ. करण सिंह उन नेताओं में से है जिन्होंने 2018 में अलवर के उपचुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाई थी। भूपेंद्र यादव ने एक और मोदी का चेहरा आगे रखा तो संगठनात्मक दृष्टि से कांग्रेस को कमजोर किया। यादव की रणनीति से अलवर का भाजपा कार्यकर्ता भी उत्साहित है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि निवर्तमान सांसद बाबा बालक नाथ पूरी निष्ठा के साथ प्रचार कर रहे है, माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद बाबा को राज्य मंत्रिमंडल में जगह मिल जाएगी। बाबा तिजारा से विधायक चुन लिए गए हैं। अलवर संसदीय क्षेत्र में बाबा बालक नाथ का खासा प्रभाव है। इस संसदीय क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी अच्छी हैए लेकिन यहां बसपा ने फजज हुसैन को अपना उम्मीदवार बनाया है। मेवात क्षेत्र में फजल हुसैन का अच्छा प्रभाव है।
 यादव पर भरोसा:
अलवर संसदीय क्षेत्र में भाजपा के चुनाव प्रबंधन की कमान संभाल रहे जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत का कहना है कि अलवर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के दायरे में आता है। इसलिए इस क्षेत्र की समस्याओं के निदान के लिए दिल्ली में मजबूत स्थिति रखने वाले सांसद की जरूरत है। भूपेंद्र यादव मौजूदा समय में पांच विभाग के कैबिनेट मंत्री है और देश में भाजपा की रणनीति बनाने में यादव की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अलवर की समस्याओं के समाधान के लिए भूपेंद्र यादव जैसा ही सांसद चाहिए। अलवर के मतदाताओं को भरोसा है कि भूपेंद्र यादव सांसद बनकर एनसीआर के दायरे में शामिल अलवर की समस्याओं का समाधान करेंगे। अलवर के औद्योगिक विकास को तेज करने में भूपेंद्र यादव की राजनीतिक ताकत ही काम आएगी। सबसे खास बात  यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भरोसा भूपेंद्र यादव पर है। अमित शाह ने अलवर में अपने रोड शो में कहा भी कि भूपेंद्र यादव अलवर का विकास करेंगे, इस बात की गारंटी मैं देता हंू। सुरेश रावत ने कहा कि देश की राजनीति में भूपेंद्र यादव का को कद है उससे भी अलवर के मतदाता प्रभावित है। चुनाव प्रचार में भूपेंद्र यादव की मिलनसारिता की प्रशंसा विरोधियों ने भी की है। राजनीति में चाहे कितना भी बड़ा कद हो लेकिन भूपेंद्र यादव ने अलवर के मतदाताओं से सीधा संवाद कायम किया है। रावत ने कहा कि इस बार 2019 की जीत का रिकॉर्ड टूटेगा। 
पेयजल समाधान में यादव की भूमिका:
जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने बताया कि राजस्थान के पूर्वी क्षेत्र की जल समस्या के समाधान में भूपेंद्र यादव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी पर मध्य प्रदेश से और यमुना नदी के पानी पर हरियाणा से समझौता करवाने में यादव की सक्रिय भूमिका रही। कहा जा सकता है कि यादव की भूमिका की वजह से ही राजस्थान की पेयजल समस्या का समाधान हो रहा है। ईआरसीपी प्रोजेक्ट में अलवर संसदीय क्षेत्र को भी पर्याप्त मात्रा में पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि अलवर की जनता इस बात को अच्छी तरह समझती है कि यादव के सांसद बनने के बाद अनेक समस्याओं का समाधान आसानी से होगा। उन्होंने कहा कि यादव ने अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर रखा है। अलवर का कोई भी मतदाता कभी भी उनसे मोबाइल पर बात कर सकता है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (16-04-2024)
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