जलदाय मंत्री ने पानी पर जो बिगाड़ा किया, उसे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पंपिंग स्टेशन जाकर सुधारा। पहली बार विधायक और मुख्यमंत्री बने भजनलाल शर्मा ने राजनीतिक परिपक्वता दिखाई। खुद ने सिर पर गमछा बांधा और एक ही दिन में 50 आईएएस को फील्ड में भेजा। पूर्व सीएम अशोक गहलोत अब जयपुर के सरकारी आवास पर आराम करेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 29 मई को जयपुर में बीसलपुर योजना से जुड़े रामनिवास बाग और जवाहर सर्किल के पंपिंग स्टेशनों का औचक निरीक्षण किया। सीएम ने दोनों पंपिंग स्टेशनों पर बीसलपुर बांध से पानी की आवक और फिर जयपुर में वितरण व्यवस्था को समझा। दोनों पंपिंग स्टेशनों के निरीक्षण के बाद सीएम शर्मा ने कहा कि पानी की कोई कमी नहीं है, लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार ने जल जीवन मिशन में जो भ्रष्टाचार किया उसकी वजह से वितरण व्यवस्था गड़बड़ा गई है। असल में दो दिन पहले जलदाय मंत्री कन्हैयालाल ने कहा था कि मेरे पास जितना पानी है उसे ही वितरित करुंगा। मैं बालाजी नहीं हूं जो फूंक मारकर पानी उपलब्ध करवा दें। जलदाय मंत्री के इस बयान की आलोचना हुई। पूर्व सीएम और कांग्रेस के नेता अशोक गहलोत ने कन्हैयालाल चौधरी को जलदाय विभाग छोड़ने की सलाह भी दे दी। सरकार की आलोचना को देखते हुए ही सीएम भजनलाल शर्मा ने पंपिंग स्टेशनों का निरीक्षण किया। कहा जा सकता है कि जलदाय मंत्री ने जो बिगाड़ा किया उसे मुख्यमंत्री ने सुधारा। स साढ़े पांच माह पहले जब भजनलाल शर्मा को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया गया तब अनेक क नेताओं ने उनकी राजनीतिक समझ पर सवाल उठाए। खुद भाजपा में चर्चा थी कि जो व्यक्ति पहली बार विधायक बना है, वह मुख्यमंत्री का काम कैसे करेगा? कांग्रेस के ऐ नेता ने तो भजन मंडली की सरकार तक कह दिया था। यह सही है कि भजनलाल शर्मा पहली बार विधायक चुने गए और फिर मुख्यमंत्री भी बन गए, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद शर्मा ने राजनीतिक परिपक्वता दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सीएम बनने के बाद ईआरसीपी पर मध्य प्रदेश से समझौता किया और शेखावाटी क्षेत्र में यमुना नदी का पानी लाने की बाधाओं को भी हटाया। 29 मई को भी जब सीएम ने सिर पर सफेद गमछा बांध कर ग्रामीण अंदाज में पंपिंग स्टेशनों का निरीक्षण किया तब पचास से भी ज्यादा आईएएस फील्ड में जाकर बिजली पानी की समस्याओं का समाधान कर रहे थे। सीएम ने सभी जिला प्रभारियों को 29 मई को अपने अपने जिलों में रहने के निर्देश दिए। यही वजह रही कि सीएम ने जब जयपुर के पंपिंग स्टेशनों का निरीक्षण किया तब जलदाय विभाग के सचिव डॉ. समित शर्मा भी मौजूद नहीं थे। समित शर्मा झुंझुनूं के प्रभारी है, इसलिए 29 मई को झुंझुनूं के दौरे पर रहे। 50 आईएएस का एक साथ फील्ड में रहना दर्शाता है कि सीएम भजनलाल शर्मा का प्रशासनिक तंत्र पर भी नियंत्रण है। शर्मा ने स्पष्ट कर दिया कि जब खुद मुख्यमंत्रभ् भीषण गर्मी में गमछा बांधकर पंपिंग स्टेशनों का निरीक्षण कर सकते हैं तो फिर आईएएस एसी कमरों में नहीं बैठ सकते। यह सही है कि गर्मी के दिनों में प्रतिवर्ष प्रदेश में बिजली पानी का संकट होता है, लेकिन सीएम शर्मा ने इस बार लोगों की परेशानी पर मरहम लगाने का प्रयास किया है। उम्मीद की जानी चाहिए कि सीएम के प्रयासों के सकारात्मक परिणाम भी जल्द सामने आएंगे। जो लोग भजनलाल शर्मा को अपरिपक्व मान रहे थे, उन्हें यह समझना लेना चाहिए कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद शर्मा और मजबूती के साथ काम करेंगे।
गहलोत विश्राम करेंगे:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब जयपुर स्थित अपने सरकारी आवास पर विश्राम करेंगे। डॉक्टरों ने गहलोत को स्लिप डिस्क का रोगी बताया है। इस रोग में कमर में तेज दर्द होता है, ऐसे में चलना फिरना भी मुश्किल होता है। गहलोत विगत दिनों पंजाब में पार्टी का प्रचार कर रहे थे, तभी उनकी स्लिप डिस्क हो गई। हालात इतनी बिगड़ी की उन्हें व्हील चेयर पर चलना पड़ा। अब गहलोत जयपुर स्थित आवास पर आ गए हैं।
S.P.MITTAL BLOGGER (30-05-2024)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511