सेवन वंडर का टूटना आनासागर के अतिक्रमणकारियों के लिए मुसीबत बना। अब वेटलैंड पर कृषि फार्म भी नहीं चल सकेंगे। सीज संपत्तियों के मालिकों को भी राहत नहीं।
अजमेर के आनासागर झील के वेटलैंड पर बने सेवन वंडर की इमारतों का टूटना अब आनासागर के अतिक्रमणकारियों के लिए मुसीबत बन गया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका की सुनवाई के दौरान अजमेर विकास प्राधिकरण की ओर से स्पष्ट कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही वेटलैंड पर बने सेवन वंडर की इमारतों को ध्वत कर दिया गया है। इसलिए अब आनासागर के जल संग्रहण क्षेत्र और वेटलैंड पर कृषि फार्म की अनुमति भी नहीं दी जा सकती। सुप्रीम कोर्ट ने प्राधिकरण के इस तर्क पर सहमति जताई है,इसको लेकर प्राधिकरण से शपथ पत्र प्रस्तुत करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट में जो सुनवाई हुई उसके बाद आनासागर के भराव क्षेत्र में अतिक्रमण कारियों और 60 से भी अधिक सीज हुई संपत्तियों के मालिकों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। यानी अब कोई अतिक्रमणकारी अदालत के स्टे के आधार पर अपने अतिक्रमण को बचा नहीं सकता। यह सही भी है कि जब देश की सर्वोच्च अदालत के आदेश से आनासागर के वेटलैंड पर बने सरकार के सेवन वंडर को तोड़ा जा सकता है, तब किसी अधीनस्थ अदालत का स्टे ऑर्डर आनासागर में हुए अतिक्रमण को बचा नहीं सकता। जिन लोगों ने निचली अदालतों से अपने निर्माणों पर स्टे ले रखे हैं, उन पर भी अब तलवार लटक गई है। प्राधिकरण ने आनासागर की जिस भूमि को जल संग्रहण और वेटलैंड के दायरे में ले रखा है, उस पर अब कोई भी निर्माण नहीं रह सकता। सेवन वंडर की इमारतों की तरह ऐसे निर्माणों को भी तोड़ा जाएगा। इसमें गोविंदम् जैसा समारोह स्थल भी शामिल हैं। गोविंदम समारोह स्थल की होटल को सेवन वंडर से भी आगे आनासागर के अंदर बनी हुई है। जिन 60 से भी अधिक दुकानों, होटलों, शोरूम आदि को पूर्व में सीज किया गया वे भी सेवन वंडर की तरह आनासागर के वेटलैंड या जल संग्रहण भूमि पर बने हुए हैं।
S.P.MITTAL BLOGGER (01-12-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511

