कांग्रेस पार्षद गजेन्द्र सिंह रलावता ने कहा कि उपायुक्त पद से हटने के बाद ही झूठ बोलने लगा है अजमेर नगर निगम। पाइप लाइन बिछाने वाली इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड का घोटाला भी सामने आया।
अजमेर शहर के बाहरी क्षेत्रों में रसोई गैस की पाइप लाइन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। आवासीय कॉलोनियों में सड़कों को खोद कर पाइप लाइन डाली जा रही है। इसके लिए सार्वजनिक तौर पर मशीनों का उपयोग भी हो रहा है। अजमेर में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड को रसोई गैस सप्लाई करने का काम मिला है, लेकिन अजमेर नगर निगम के उपायुक्त के 3 मार्च 2021 के पत्र को देखा जाए तो पता चलता है कि नगर निगम ने किसी भी गैस कंपनी को पाइप लाइन डालने और सड़क खोदने की अनुमति नहीं दी है। न ही कंपनी के आवेदन पर रोड कटिंग के कार्य के लिए कोई डिमांड नोट जारी किया है। यह जानकारी निगम की ओर से कांगे्रस के पार्षद गजेंद्र ङ्क्षसह रलावता को दी गई है। निगम की इस जानकारी पर रलावता को बेहद आश्चर्य हो रहा है। असल में पार्षद बनने से पहले रलावता निगम के उपायुक्त थे। रलावता जब उपायुक्त थे, तब 20 नवम्बर 2020 को रलावता ने इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड को एक पत्र लिखकर निर्देश दिए थे कि यदि पाइप लाइन डालने के लिए सड़क खोदी जाती है तो डेढ़ करोड़ रुपया डिमांड ड्राफ्ट के जरिए नगर निगम में जमा करवाया जाए। रलावता का कहना है कि ऐसा पत्र उन्होंने स्वयं लिखा है। रलावता ने सवाल उठाया कि उनके उपायुक्त के पद से हटते ही क्या नगर निगम झूठ भी बोलने लगा है। रलावता ने गैस कंपनी और सड़क खोदने के मामले को 16 मार्च को नगर निगम की साधारण सभा में उठाया। रलावता ने सदन में दोनों पत्र प्रस्तुत किए। रलावता को निगम की ओर से जो जवाब मिला है, उससे प्रतीत होता है कि गैस कंपनी द्वारा पाइप लाइन बिछाने के मामले में घोटाला हो रहा है। सवाल उठता है कि जब नगर निगम ने सड़क खोदने की कोई अनुमति ही नहीं दी तो फिर शहर भर में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड वाले पाइप लाइन कैसे बिछा रहे हैं। 20 नवम्बर 2020 को उपायुक्त की हैसियत से रलावता ने जो पत्र लिखा था, उसमें यह भी कहा गया था कि खुदाई के बाद सड़क से मिट्टी हटाने और सड़क की मरंमत करने का काम संबंधित कंपनी ही करेगी। लेकिन आवासीय कॉलोनियां के निवासी इस बात से दु:खी हैं कि सड़क खोदने के बाद मिट्टी को नहीं हटाया गया है। पाइप लाइन बिछाने के लिए घरों के रैम्प तक तोड दिए गए हैं। लेकिन कंपनी ने रैम्प की मरम्मत भी नहीं की है। रलावता ने जिस तरह से गैस कंपनी और सड़क खुदाई के मामले को सामने रखा उससे प्रतीत होता है कि नगर निगम के अधिकारी न केवल लापरवाह हैं, बल्कि गैस कंपनी से मिले हुए भी हैं। निगम के किसी भी अधिकारी को लोगों की परेशानी से कोई सरोकार नहीं है। निगम द्वारा जारी 2020 और 2021 के पत्र मेरे फेसबुक पेज www.facebook.com/SPMittalblog पर देखे जा सकते हैं।
S.P.MITTAL BLOGGER (16-03-2021)
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