जिन विधायक फ्लैट प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया, उसी का मैं लोकार्पण भी कर रहा हूं, यह सभी के लिए गर्व की बात है। सीएम गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष जोशी, मंत्री धारीवाल और प्रतिपक्ष के नेता राठौड़ ने आवासन मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा की प्रशंसा की।
12 अगस्त को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में विधानसभा के निकट विधायकों के लिए 160 फ्लैटों के 6 टावरों का लोकार्पण किया। राजस्थान में 200 विधायक हैं, इनमें से 20 मंत्रियों को सरकारी बंगले आवंटित हो जाते हैं। मुख्यमंत्री विधानसभा अध्यक्ष, प्रतिपक्ष नेता आदि के लिए पहले से ही बंगले आरक्षित रहते हैं। कुछ विधायक जयपुर में अपने निजी आवास में रहते हैं, इसलिए 160 फ्लैट पर्याप्त है। सीएम ने फ्लैटों का लोकार्पण करते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि करीब पांच सौ करोड़ के इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास भ मैंने किया था। आम तौर पर सरकारी प्रोजेक्ट अटके रहते हैं। लेकिन आवासन मंडल ने समय से पूर्व इन फ्लैटों का निर्माण कर दिया, इसके लिए मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा (आईएएस) बधाई के पात्र हैं। आवासन मंडल ने पिछले चार वर्षों में ऐसे ऐसे प्रोजेक्टर पूरे किए हैं, जिनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। पवन अरोड़ा की कार्यक्षमता से अन्यों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।
विधायकों के लिये एक अनूठी सोच:
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक आवास परियोजना के बनने से विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायकों में सहयोग व भ्रातृत्व की भावना बनी रहेगी। इससे लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों को मजबूती मिलेगी। वर्षों से लंबित विधायकों की आवास समस्या का समाधान करते हुए विधायक आवास परियोजना को मंजूरी दी। सभी के सहयोग से यह परियोजना आज साकार हो गई है। परियोजना में सम्पूर्ण फ्लैट्स पूर्ण सुविधाओं के साथ सुसज्जित तरीके से तैयार कराये गये है। इतने बड़े प्रोजेक्ट का रिकॉर्ड 23 माह में पूर्ण होना ही अपने आप में एक आश्चर्यजनक बात है। उन्होंने कहा कि विधायक आवास परियोजना की सुविधाओं का लाभ वर्तमान विधायकों के साथ पूर्व विधायकों को भी मिलेगा। यह परियोजना प्रदेश की अनूठी, मनभावन और शानदार होगी।
अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है विधायक आवास परियोजना:
गहलोत ने कहा कि आवासन मंडल ने सम्पूर्ण फ्लैट्स इतनी सुविधाओं के साथ सुसज्जित तरीके से तैयार करवाये हैं कि विधायकों को किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आएगी। ये आवास पूर्ण रूप से सुसज्जित और फुली फर्निश्ड हैं। विधायकों के लिए सभी जरूरी सुविधाओं का ख्याल इनमें रखा गया है। उन्होंने कहा कि हर कमरे का इंटीरियर, कलर स्कीम्स, पर्दे, पेंटिंग, कारपेट, एंटीक और ओरनामेंटल ऑब्जेक्ट्स बहुत ही खूबसूरत हैं। हर फ्लैट में लगाए गुणवत्तायुक्त और आकर्षक फर्नीचर, डबल बेड, सोफा, कुर्सियां, डाइनिंग टेबल, एलईडी, फ्रीज, एसी, पंखे, आरओ, मॉडयूलर किचन, साज सज्जा जैसी लक्जरी सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है।
फिटनेस के योग मेडिटेशन सेंटर और स्विमिंग पूल भी:
अशोक गहलोत ने कहा कि विधायकों को ऊर्जावान और फिजिकली फिट बनाए रखने के लिए सेन्ट्रल पार्क, क्लब हाउस, स्वीमिंग पूल, जिम, योग-मेडिटेशन सेंटर, बिलियर्डस् व टेबल टेनिस इंडोर गेम्स का भी प्रावधान किया गया है।
विधायकों की सुरक्षा का रखा गया विशेष ध्यान:
मुख्यमंत्री ने बताया कि छह बहुमंजिले टॉवर (जी-8) में 3 हजार 200 स्क्वायर फीट वाले कुल 160 फ्लैट्स में विधायकों की सुरक्षा का विशेष रूप से ध्यान रखा गया है। पूरे परिसर के कॉमन एरिया (पार्किंग, ड्राइव वे, बेसमेंट, लिफ्ट) में 80 से ज्यादा अत्याधुनिक और हाई रेंज के सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ऑटोमैटिक बूम बैरियर, बैग स्कैनर और मुख्य द्वार पर अंडर व्हीकल स्कैनर लगाया गया, जिसकी स्पाय आई किसी गड़बड़ी पर तुरंत सिस्टम को अलर्ट करेगी। सुरक्षा के मामले में सबसे खास इंट्रूडर अलर्ट सिस्टम है, जिससे कोई भी अवांछित व्यक्ति भवन में यदि बिना अनुमति के प्रवेश करेगा तो अलार्म बज जाएगा। इसके अलावा 24 घण्टे सिक्योरिटी गार्ड का भी इंतजाम किया गया है।
स्मार्ट पार्किंग की भी सुविधाएं विधायकों से मिलने आने वाले आगंतुकों का भी रखा गया खास ख्याल:
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकगण के लिए परिसर में डबल बेसमेंट में स्मार्ट पार्किंग की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है जिसमें दोनों मंजिलों को मिलाकर 921 चौपाहिया वाहन-ईसीयू (इक्वेलिटी कार यूनिट) एक साथ पार्क किए जा सकेंगे। विधायकों द्वारा पार्किंग एप डाउनलोड करने पर पार्किंग से जुड़ी तमाम जानकारियां मोबाइल पर भी उपलब्ध हो सकेंगी। फुली डिजिटल डिस्प्ले और जीपीएस से जुड़ी पार्र्किंग यूजर को ऑटोमेटिक खाली जगह ट्रेस कर सूचित भी कर सकेगी। परिसर के प्रत्येक ब्लॉक में विधायकों से मिलने के लिए क्षेत्र से आने वाले आगंतुकों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर रिसेप्शन, वेटिंग लाउंज, एडमिनिस्ट्रेटिव मीटिंग हॉल, मल्टीपर्पस हॉल, कॉन्फ्रेंस हॉल, पेंट्रिज, वॉशरूम्स, ड्राइवर डोरमेट्री कक्ष, लिफ्ट, सर्विस लिफ्ट और हर ब्लॉक्स पर 26 गेस्ट रूम (22 कमरे 4 सुइट) भी बनाए गए हैं। इसके अलावा विधायकगण की सुविधा के लिए कॉफी हाउस, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल, सैलून, शॉप्स भी बनाई गई हैं। इसके अतिरिक्त एलोपैथी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथी चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। यानी विधायकों को किसी भी काम के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
कमाल की है परिसर की ग्रीनरी और लैंडस्केपिंग:
अशोक गहलोत ने बताया कि विधायक आवास परिसर की ग्रीनरी पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है। प्रदेश की जलवायु को ध्यान में रखते हुए विदशों और हैदराबाद एवं पुणे से मंगवाएं आकर्षक पैर फिरयल ऑर्नामेंटल प्लांट ग्राउंड कवर और पेड़ों की खूबसूरती में मंडल की सोच साफ नजर आती है। ये पौधे इतने मनोहारी हैं कि आपको जयपुर में कहीं और देखने को नहीं मिलेंगे। यहां की लैंडस्केपिंग को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हुए बिना नहीं रह सकता। आवासन आयुक्त और उनकी टीम ने बहुत ही रूचि लेकर ग्रीनरी पर काम किया है। इस परियोजना का सबसे खूबसूरत पक्ष सेन्ट्रल लॉन में नजर आए जहां राजस्थानी स्थापत्य कला के अनुरूप बारहदरी बनाई गई हैंए जहां आमेर की केसर क्यारियों की झलक भी देखने को मिलती है। जो मनोहर और खुशनुमा माहौल बनाती है।
मौके पर ही स्थापित की गई गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशाला:
मुख्यमंत्री ने बताया कि आवासन मण्डल ने विधायक आवास परियोजना के नाम से मौके पर शुरू से ही एक प्रकोष्ठ ही स्थापित कर दिया जिसमें अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता और टीम ने खुद खड़े होकर इस प्रोजेक्ट का काम करवाया और उसके साथ ही गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशाला को भी मौके पर ही स्थापित किया गया। आवासन आयुक्त और चीफ इंजीनियर की टीम ने सैंकड़ों साइट विजिट की और इसे एक चैलेंज के रूप में लिया। इसको देखते हुए मैं यह कहूंगा कि ऐसी प्रक्रिया अन्य विभागों को भी अपनानी चाहिए कि मौके पर ही सभी कार्यों को देख उन्हें पूरा किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने जमकर की आयुक्त की प्रशंसा:
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान आवासन मण्डल के काम से काफी खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि आयुक्त ने अपने काम से सभी को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि आयुक्त पवन अरोडा ने मृत हो चुके आवासन मंडल को नगरीय विकास मंत्री श्री शांति धारीवाल के मार्गदर्शन में जिंदा कर दिया। उन्होंने कहा कि आज जब मैं पीछे मुड़ कर देखता हूं तो मुझे लगता है कि यह एक उचित निर्णय था कि विधायक आवास परियोजना के निर्माण का कार्य जेडीए से हटाकर हमने राजस्थान आवासन मण्डल को सौंपा। जिस तरह की डिजाइन आवासन मण्डल ने तैयार की और जिस तेजी से कार्य को पूर्ण किया वह वाकई शानदार और मनभावन है। मंडल ने न केवल परियोजना को समय से पहले पूर्ण किया अपितु गुणवत्ता और खुबसूरती पर भी पूरा ध्यान दिया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने विधायक आवास परियोजना के विचार को मूर्त रूप देने एवं वित्तीय प्रावधान करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यहां विधायक एक दूसरे के प्रति भ्रातृत्व की भावना को जिंदा रख पाएंगे एवं उनके आपसी संबंध प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने आयुक्त की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में राजस्थान आवासन मण्डल की टीम ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को समय पर पूरा किया वो वाकई काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि विधायक आवास परियोजना में जिस तरह काम किया गया है वह सीखने वाली बात है। जोशी ने कहा कि परिसर में बच्चों के खेलते हुए स्क्ल्पचर भी आकर्षण का केन्द्र है जो सबके लिये एक उल्लास का वातावरण बनाते हैं। परिसर के बीच ही शानदार फाउंटेन एवं म्यूजिकल वॉक वे भी बनाया गया है जहां विधायकगण सुबह शाम योग व वॉक भी कर सकेंगे। पूरी तरह वाय फाई सुविधा से लैस विधायक आवास में 25 ईवी चार्जिंग स्टेशन का भी निर्माण किया गया है, जिसमें सभी तरह के इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल्स को चार्ज किया जा सकेगा। नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का संवैधानिक संस्थाओं को मजबूत बनाने का जो ध्येय है, उसे विधायक आवास परियोजना एवं कॉन्स्टीट्यूशन क्लब जैसे कार्यों से आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विधायक आवास परियोजना से विधायकों के बीच सद्भाव का माहौल बनेगा। मुख्यमंत्री की इच्छा के अनुरूप विधायक आवास परियोजना के साथ साथ कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान का कार्य भी समय पर एवं गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाएगा। धारीवाल ने कहा कि दिसम्बर 2018 में हमारी सरकार बनी तब राजस्थान आवासन मंडल हमें करीब.करीब बंद होने के हालात में मिला। उन्होंने कहा कि 4 वर्ष की अल्पावधि में मण्डल 17 हजार अधिशेष आवासों का निस्तारण पूर्ण पारदर्शिता के साथ कर चुका है और लगभग 4 हजार 637 करोड रूपये का राजस्व मण्डल ने अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि आवासन आयुक्त पवन अरोडा और उनकी टीम ने बहुत बेहतरीन तरीके से यह काम किया है। अब मण्डल द्वारा मकान बनाने के साथ ही देश का पहला कोचिंग हब सिटी पार्क विधायक आवास परियोजना एआईएस रेजीडेंसी एवं चौपाटियों जैसे अभिनव प्रोजेक्ट बनायेे जा रहे है। इससे आवासन मण्डल के प्रति लोगों की जो भावना थी वह बदली है।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने बहुप्रतीक्षित विधायक आवास परियोजना को मूर्त रूप देने एवं विधायकों को शिफ्ट करने के चुनौतीपूर्ण कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री एवं नगरीय विकास मंत्री और आयुक्त पवन अरोड़ा को साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि राजस्थान देश का पहला राज्य है, जिसने विधायक आवास परियोजना के निर्माण की पहल की और रिकॉर्ड 23 माह में पूर्ण कर इसे विधायकों को सौंप दिया गया है। इससे पूर्व आयुक्त पवन अरोडा ने इस परियोजना के बारे में ऑडियो विजुअल प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि विधायक आवास परियोजना का निर्माण पूरे प्रदेश एक अनूठी परियोजना साबित होगी एवं यहां सभी सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि यह परियोजना 24 हजार 160 वर्ग मीटर भूमि पर बनाई गई है। इस परियोजना के निर्माण पर करीब 444 करोड़ रुपये की राशि व्यय होगी। मंत्रिमंडलीय उप समिति द्वारा पहली ही बैठक में सर्वसम्मति से मण्डल द्वारा तैयार डिजाईन परिकल्पना का अनुमोदन किया गया। इससे पूर्व आवासन आयुक्त पवन अरोडा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। विधानसभा के प्रमुख शासन सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्य, विधायकगण, जयपुर विकास प्राधिकरण आयुक्त डॉ. जोगाराम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
योजना से जुड़े अधिकारी और संवेदक हुए सम्मानित:
इस अवसर पर विधायक आवास योजना से जुड़े अधिकारी और संवेदकों का भी सम्मान किया गया। इस कड़ी में महावीर प्रसाद शर्मा, सचिवए राजस्थान विधान सभा, पवन अरोड़ाए आवासन आयुक्त, केसी मीणाए मुख्य अभियन्ता सेवानिवृत, संदीप गर्ग निदेशक परियोजना, संजय शर्मा आवासीय अभियन्ता परियोजना, अशोक व्यास परियोजना अभियन्ता वरिष्ठ, मैसर्स स्पेस विजार्ड आर्किटेक्ट प्राइवेट लिमिटेड, वास्तुविद सलाहकार, मैसर्स आइडियाज, वास्तुविद सलाहकार, मैसर्स एनजी गढिय़ा वास्तुविद सलाहकार, भारत भूषण जैन मुख्य समन्वयक अधिकारी, हेतप्रकाश शर्र्मा सहायक निदेशक जनसंपर्क मनीष कुमार जोशी विशेषाधिकारी विधानसभा, सतीश कुमार अगरावत निजी सचिव अनिल कुमार माथुर, अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक और राजस्थान आवासन मंडल को बतौर संस्था भी पुरस्कृत किया गया।
S.P.MITTAL BLOGGER (13-08-2023)
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