कांग्रेस और राहुल गांधी जब इंडिया गठबंधन को 300 सीटें मिलने का दावा कर रहे हैं तो फिर एग्जिट पोल की चर्चा का बहिष्कार क्यों?

देश के आम चुनाव के 7वें और अंतिम चरण में 1 जून को 57 सीटों पर मतदान हो रहा है। अंतिम चरण के मतदान वाले दिन भी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी ने दावा किया कि चार जून को जब नतीजे आएंगे तो विपक्ष के इंडिया गठबंधन को बहुमत मिलेगा। इस से पहले भी कांग्रेस के नेता इंडिया गठबंधन को 300 सीटें मिलने का दावा कर चुके हैं। लेकिन कांग्रेस ने 1 जून को मतदान के बाद टीवी चैनलों पर होने वाली एग्जिट पोल की चर्चा का बहिष्कार किया है। कांग्रेस का आरोप है कि न्यूज चैनल वाले बेईमान है और ईमानदारी के साथ एग्जिट पोल नहीं दिखाते। चूंकि अधिकांश एग्जिट पोल कांग्रेस को हराने वाले है, इसलिए कांग्रेस के प्रवक्ता चर्चा में भाग नहीं लेंगे। सवाल उठता है कि जब कांग्रेस की ओर से विपक्ष को 300 सीटे मिलने का दावा किया जा रहा है तो फिर चर्चा का बहिष्कार क्यों किया गया? न्यूज चैनल वाल अपने एग्जिट पोल में कुछ भी दिखाए, लेकिन कांग्रेस के प्रवक्ता तो अपना पक्ष रखते ही है। कांग्रेस के प्रवक्ता यह बताते कि विपक्ष के गठबंधन को 300 सीटें कैसे मिल रही है। सवाल यह भी है कि क्या कांग्रेस को इंडिया गठबंधन को बहुमत नहीं मिलने का एहसास हो गया है? इस सवाल का जवाब तो कांग्रेस के नेता ही दे सकते हैं, लेकिन एग्जिट पोल की चर्चा का बहिष्कार कर कांग्रेस ने नतीजों से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है। यदि इंडिया गठबंधन को वाकई बहुमत मिल रहा होता तो कांग्रेस कभी भी एग्जिट पोल की चर्चा का बहिष्कार नहीं करती। ऐसा नहीं कि चैनलों के एग्जिट पोल हमेशा ही खरे उतरे हो। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में अधिकांश चैनल भाजपा की सरकार बनाने का दावा कर रहे थे। भाजपाने भी 200 पार का दावा किया था, लेकिन परिणाम बताते हैं कि ममता बनर्जी की लगातार तीसरी बार जीत हुई और भाजपा को 70 सीटें मिली। यह बात अलग है कि भाजपा 3 से बढ़कर 70 तक पहुंच गई। इसी प्रकार कर्नाटक और हिमाचल के चुनाव में भी भाजपा की जीत का दावा किया गया था। लेकिन इन दोनों राज्यों में कांग्रेस की जीत हुई। यह बात अलग है कि छह माह पहले हुए राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। यह नहीं कहा जा सकता कि न्यूज चैनलों के एग्जिट पोल सौ प्रतिशत सही होते हैं, लेकिन आमतौर पर एग्जिट पोल परिणाम के आसपास ही होते हैं। 1 जून को शाम 6 बजे बाद से जब एग्जिट पोल आने शुरू होंगे तो चार जून के नतीजों का एहसास हो जाएगा। अच्छा होता कि कांग्रेस भी एग्जिट पोल की चर्चा में उत्साह के साथ भाग लेती, लेकिन कांग्रेस ने एक बार फिर मीडिया के प्रति अपनी नाराजगी दिखाई है। 
S.P.MITTAL BLOGGER (01-06-2024)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511

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