Author: Sp mittal

अजमेर के मांगलियावास क्षेत्र के पत्रकारों को धमकाने वाले लोकेश दीया के खिलाफ पुलिस में शिकायत। अवैध रूप से शराब रखने के आरोप में 7 जून को गिरफ्तार हुआ था।

अजमेर जिले के मांगलियावास क्षेत्र के पत्रकारों को धमकाने वाले लोकेश दीया के खिलाफ अब मांगलियावास पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवा दी है। पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने का आश्वासन...

अजमेर में नया बाजार स्थित पशु चिकित्सालय की भूमि पर पार्किंग स्थल और पार्क बनाने पर मेयर बृजलता हाड़ा ने भी सहमति जताई। अजमेर के लोगों की वर्षों पुरानी मांग पूरी होगी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में साढ़े तीन करोड़ रुपए खर्च होंगे। विधायक देवनानी और पूर्व मेयर धर्मेन्द्र गहलोत ने भी खुशी जताई। निगम के लिए एकीकृत भवन बने।

अजमेर के व्यस्ततम नया बाजार स्थित पशु चिकित्सालय की भूमि पर पार्किंग, पार्क, सौंदर्यीकरण आदि का कार्य हो इसकी मांग अजमेर के नागरिकों की वर्षो पुरानी हैं। लेकिन अब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में यह...

नुसरत मैडम, आखिर सामाजिक लोक लाज और मर्यादा का भी तो कोई महत्व है। यदि भारत में शादी-निकाह की वैधानिकता नहीं है तो फिर मौलवियों से उलाहना क्यों सुना? लोकसभा चुनाव के नामांकन में स्वयं को विवाहित बताया था।

ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की सांसद और बांग्ला फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री नुसरत जहां का कहना है कि उन्होंने निखिल जैन के साथ तुर्की में जो निकाह-विवाह किया, उसकी भारत में...

सचिन पायलट के जयपुर आवास पर कांग्रेस विधायकों का जमावड़ा। पायलट के घर गया था पाकिस्तान नहीं-गुरदीप सिंह, भाजपा विधायक। सिंधिया-जितिन के मुकाबले में सचिन पायलट की राजनीतिक हैसियत में बहुत फर्क है। पायलट, सिंधिया की तरह राजस्थान में कांग्रेस सरकार गिराने की स्थिति में नहीं है और न ही जितिन की तरह राजनीतिक स्थिति कमजोर है। मध्यप्रदेश में वसुंधरा जैसी भाजपा नेता भी नहीं है।

10 जून को सचिन पायलट के जयपुर स्थित आवास पर कांग्रेस के विधायकों का जमावड़ा रहा। विधायकों की उपस्थिति को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि पायलट ने अखबारों और न्यूज चैनलों...

तो क्या बजरी के अवैध खनन के लिए राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र केकड़ी का सवार सुरक्षित स्थान है? दैनिक भास्कर की खबर से तो ऐसा ही प्रतीत होता है। इसे कहते हैं रीढ़ की हड्डी तोडऩा। एक ट्रोला बजरी के वसूले जा रहे हैं 45 हजार रुपए। रघु शर्मा जब विपक्ष में थे, तब भाजपा पर लगाए थे बजरी के अवैध खनन के आरोप।

दैनिक भास्कर के 9 जून के अजमेर संस्करण के अंतिम पृष्ठ पर केकड़ी क्षेत्र के सावर से बनास नदी के पेटे से बजरी के अवैध खनन और कोटा में सप्लाई करने की खबर प्रमुखता...

जितिन प्रसाद का कांग्रेस छोड़ने का मतलब सीधे प्रियंका गांधी के नेतृत्व को चुनौती देना है। उत्तर प्रदेश में 430 में से कांग्रेस के मात्र 7 विधायक हैं। न्यूज चैनलों पर तो राजस्थान के असंतुष्ट कांग्रेसी नेता सचिन पायलट का नाम भी चल गया था। कांग्रेस से तीन पीढिय़ों का नाता था, लेकिन अब खत्म-जितिन प्रसाद।

उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण मतदाताओं पर असर रखने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन  प्रसाद 9 जून को भाजपा में शामिल हो गए हैं। जितिन प्रसाद का भाजपा में शामिल...

पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह भी सचिन पायलट के समर्थन में आए। जल्द पूरे हो वायदे, ताकि कार्यकर्ता संतुष्ट हो सकें। जयपुर ग्रेटर की भाजपा मेयर को निलंबित करने से पहले कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा की सहमति नहीं ली गई। पर अशोक गहलोत के पास 100 से ज्यादा विधायकों का जुगाड़ है।

9 जून को पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के प्रमुख नेता भंवर जितेन्द्र सिंह भी पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के समर्थन में आ गए हैं। जितेन्द्र सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि...

इधर अशोक गहलोत ने राजस्थान को अनलॉक किया, उधर सचिन पायलट ने राजनीतिक बम फोड़ा। क्या हिन्दुस्तान टाइम्स में छपे इंटरव्यू गांधी परिवार पर कोई असर डाल पाएगा? इस बार कुछ ज्यादा ही मुखर है पायलट। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा प्रतिक्रिया देने से बचे।

8 जून को 53 दिन बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान को प्रातः 6 से सायं 4 बजे तक अनलॉक कर दिया। वहीं 8 जून को ही प्रतिद्वंदी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन...

9 साल में छह बार कैंसर को हरा चुका है अजमेर का 23 वर्षीय जयंत गर्ग। अब अपनी संस्था बनाकर कैंसर पीड़ितों की मदद भी कर रहा है।

कैंसर रोग का नाम सुनते ही यह मान लिया जाता है कि रोगी का बचना मुश्किल है। वो लोग भाग्यशाली होते हैं, जो कैंसर रोग का पता लगने के बाद कुछ वर्ष जिंदा रह...

अजमेर के 21 प्रमुख मृत व्यक्तियों की फोटो छापकर राजस्थान पत्रिका ने बताया कि कोरोना वायरस कितना डरावना है। कोरोना की दूसरी लहर में मरने से बचे भाग्यशालियों के लिए पत्रिका की खबर सबक सिखाने वाली है।

8 जून को राजस्थान पत्रिका के अजमेर संस्करण में पेज तीन पर छूट मिली हैं, लेकिन सावधानी बरते शीर्षक से एक खबर छपी है। इस खबर के साथ अजमेर के उन 21 प्रमुख व्यक्तियों...