जिलाध्यक्षों पर नकेल के लिए अब भाजपा में संगठन जिला प्रभारी भी।
जिलाध्यक्षों पर नकेल के लिए अब भाजपा में संगठन जिला प्रभारी भी। अजमेर में तीन नेताओं का रुतबा बढ़ा।
अशोक परनामी के हटने और मदनलाल सैनी के राजस्थान भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद उम्मीद जताई गई थी कि प्रदेश के अनेक जिलाध्यक्ष हटाएं जाएंगे, लेकिन अब बीच का रास्ता निकालते हुए जिला संगठन प्र्रभारियों की नियुक्ति कर दी गई है। माना जा रहा है कि इससे जिलाध्यक्षों पर नियंत्रण किया जा सकेगा। महत्वपूर्ण निर्णयों पर जिला संगठन प्रभारी की सहमति भी जरूरी होगी। प्रदेश नेतृत्व भी जिला संगठन प्रभारी से अलग से फीडबैक लेगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह के 21 व 22 जुलाई के प्रस्तावित जयपुर दौरे से पहले जिला संगठन प्रभारियों की नियुक्ति भाजपा में राजनीतिक मायने रखती है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की चुनावी यात्रा और नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन में जिला प्रभारियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
अजमेर के तीन नेताओं का रुतबा बढ़ाः
जिन 38 भाजपा नेताओं को जिला संगठन प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है उनमें अजमेर के पूर्व जिला प्रमुख पुखराज पहाड़िया, ब्यावर के पूर्व विधायक देवी शंकर भूतड़ा तथा किशनगढ़ नगर परिषद के पूर्व सभापति सुरेश टांक शामिल हैं। प्रदेशाध्यक्ष सैनी ने पहाड़िया को भीलवाड़ा, भूतड़ा को पाली तथा टांक को नागौर देहात जिला कमेटी का संगठन प्रभारी नियुक्ति किया है। हालांकि पहाड़िया नसीराबाद, भूतड़ा ब्यावर तथा टांक किशनगढ़ से अपनी दावेदारी जता रहे हैं। लेकिन तीनों के जिला प्रभारी बनना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे बड़े नेताओं से मिलने का अवसर भी मिलेगा। ऐसे में नेता अपने मन की बात भी रख सकते हैं। राजनीति में कोई भी नेता मौका नहीं छोड़ना चाहता है। भूतड़ा के लिए यह खास उपलब्धियां मानी जा रही है, क्योंकि भूतड़ा की छह माह पहले ही घर वापसी हुई है। ऐसे में इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलना भूतड़ा के फायदेमंद है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि भूतड़ा की ब्यावर के भाजपा विधायक शंकर सिंह रावत तथा टांक की किशनगढ़ के भागीरथ च ौधरी से पटरी नहीं बैठती है। जबकि नसीराबाद में कांग्रेस का विधायक है। लेकिन फिर भी भाजपा के नेता नसीराबाद में पहाड़िया की सक्रियता पसदं नहीं करते हैं। अजमेर शहर में तुलसीराम शर्मा तथा देहात में प्रसन्न कुमार मेहता को जिला संगठन प्रभारी बनाया गया है।
विधायकों के समर्थक खुशः
अजमेर के तीन नेताओं का भले ही रुतबा बढ़ा हो, लेकिन किशनगढ़ में भागीरथ च ौधरी तथा ब्यावर में भाजपा विधायक शंकर सिंह रावत के समर्थक खुश हैं। सुरेश टांक के नागौर तथा देवीशंकर भूतड़ा के पाली चले जाने से विधायकों के समर्थकों को लगता है कि अब कोई खींचतान नहीं होगी। इसी प्रकार पहाड़िया के भीलवाड़ा जाने से नसीराबाद के भाजपा नेता रामस्वरूप लाम्बा, श्रीमती सरिता गैना आदि के समर्थक भी खुश हैं। समर्थकों का मानना है कि तीनों नेताओं की अपने क्षेत्र से दावेदारी को कम करने के लिए ही बाहर के जिलों में भेजा गया है।