कंगना के बाद अब महाराष्ट्र की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने खोला मुख्यमंत्री उद्वव ठाकरे के खिलाफ मोर्चा।शिव सेना के सांसद अरविंद सांवत की धमकी पर कहा – हिम्मत है तो मुझे जेल में डालकर दिखाएँ?उद्योगपति मुकेश अंबानी के ब्लैकमेल करने के मामले में उलझी हुई है ठाकरे सरकार।
22 मार्च को अमरावती (महाराष्ट्र) की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने लोकसभा में उद्वव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना की सरकार पर जमकर हमला बोला। मुंबई के पुलिस कमीश्नर रहे परमबीर सिंह और इंस्पेक्टर सचिन वाजे के रिश्तों को लेकर राणा ने सीधे मुख्यमंत्री उद्वव ठाकरे को कटघरे में खड़ा किया है। राणा ने कहा कि जब किसी सरकारी कर्मचारी का निलम्बन होता है तो उसके घर में दो वक्त की रोटी का भी संकट खड़ा हो जाता है, लेकिन 17 वर्ष तक निलम्बित रहे सचिव वाजे लग्जरी कारों में घूमते रहे। शिव सैनिक बन कर वाजे ने ऐश-ओ-आराम की जिन्दगी व्यतीत की और जब उद्वव ठाकरे मुख्यमंत्री बने तो वाजे का निलम्बन रद्द हो गया। लोकसभा में जिस तीखे अंदाज में राणा ने सीधे सीएम ठाकरे पर हमला बोला उसके मद्देनजर शिवसेना के सांसद अरविंद सांवत ने लोकसभा परिसर में ही राणा को धमकी दे दी। इस धमकी के बाद राणा और भड़क गईं। राणा ने कहा कि यदि हिम्मत है तो उसे जेल में डालकर दिखाएँ। इसमें कोई दो राय नहीं कि नवनीत राणा अब शेरनी की दहाड़ लगा रही है। शिव सेना का बचाव करना मुश्किल हो रहा है। पूर्व में जब अभिनेत्री कंगना रनौत ने उद्वव ठाकरे पर हमला बोला था तो कंगना का मुंबई स्थित दफ्तर तोड़ डाला गया। शिव सेना के इशारे पर फिल्मी कलाकारों ने कंगना की आलोचना की। यहाँ तक कहा गया कि कंगना मुंबई और महाराष्ट्र की संस्कृति को नहीं समझती है, लेकिन सवाल उठता है अब राणा के हमले पर शिव सेना क्या कहेगी? नवनीत राणा न केवल मराठी है, बल्कि 15-20 लाख मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाली जन प्रतिनिधि भी है। पार्टी के टिकट पर तो जीत आसान होती है, लेकिन राणा तो अमरावती से संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय जीत कर आई है। लोकसभा के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार की जीत बहुत मायने रखती है। शिव सेना और उद्वव ठाकरे अभिनेत्री कंगना की तरह नवनीत राणा पर द्वेषतापूर्ण कार्यवाही करते हैं तो इस बार महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार को महंगा पड़ेगा। कांग्रेस और शरद पंवार के समर्थन से चल रही शिव सेना की गठबंधन सरकार पहले ही उद्योगपति मुकेश अंबानी को ब्लैकमेल करने के प्रकरण में उलझी हुई है। अब तक की जाँच में यह साफ हो गया है कि जिस पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे को मुख्यमंत्री उद्वव ठाकरे ने बहाल किया, उसी वाजे ने मुकेश अंबानी को ब्लैकमेल करने की योजना बनाई थी। योजना के तहत ही अंबानी के घर के निकट स्कॉर्पियो कार में विस्फोटक सामग्री रखी गई। बाद में कार के मालिक हिरेन मनसेख को भी मौत के घाट उतार दिया गया। अब तो महाराष्ट्र के डीजी पद पर रहते हुए परमबीर सिंह ने ही गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। सचिव वाजे अभी शिव सेना और उद्वव ठाकरे के कई राज खोल सकता है। वाजे एनआईए के रिमांड पर है।S.P.MITTAL BLOGGER (23-03-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511