कांग्रेस अब किस मुंह से अडानी के मामले में जेपीसी की मांग करेगी? पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कथित भ्रष्टाचार की जांच की पायलट की मांग को सीएम गहलोत ने खारिज किया। पायलट दिल्ली पहुंचे। गांधी परिवार के संपर्क में।
राजस्थान में पूर्व भाजपा सरकार के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने 11 अप्रैल को जयपुर में एक दिवसीय अनशन किया। कांग्रेस के हजारों पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अनशन स्थल पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर पायलट की मांग का समर्थन किया, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोई प्रतिक्रिया दिए बगैर भाजपा शासन के भ्रष्टाचार की जांच की मांग को खारिज कर दिया। पायलट की मांग को खारिज करने के साथ सीएम गहलोत ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार को भी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर क्लीन चिट दे दी है। यानी अब गहलोत ने भी मान लिया है कि वसुंधरा राजे की सरकार में कोई भ्रष्टाचार हुआ ही नहीं। पायलट की मांग को खारिज करने के बाद सवाल उठता है कि अब अडानी मुद्दे पर कांग्रेस किस मुंह से जेपीसी की मांग करेगी? अडानी के औद्योगिक घराने पर जिस तरह वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे हैं, उससे भी गंभीर आरोप अशोक गहलोत ने वर्ष 2013 से 2018 तक विपक्ष में रहते हुए भाजपा पर लगाए थे। कांग्रेस जब राजस्थान में भाजपा को ईमानदारी का सर्टिफिकेट दे सकती है तो फिर दिल्ली में अडानी को लुटेरा क्यों बताया जा रहा है? अडानी पर जेपीसी की मांग पर कांग्रेस के साथ खड़े विपक्षी दलों को भी कांग्रेस से पूछना चाहिए कि राजस्थान में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर लगे आरोपों की जांच कांग्रेस सरकार में क्यों नहीं करवाई जा रही? क्या भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस का नजरिया अलग अलग हैं? राहुल गांधी अडानी समूह पर पीएम मोदी का संरक्षण होने का आरोप लगाते हैं, जबकि राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अडानी के पावर प्रोजेक्टों पर मेहरबान है। न केवल रियायती दरों पर जमीन दी गई, बल्कि बिजली भी महंगी खरीदी जा रही है। गहलोत के संरक्षण के कारण ही अडानी समूह ने राजस्थान में अपना औद्योगिक विस्तार किया है। यानी दिल्ली में राहुल गांधी जिन नेताओं को लुटेरा बता रहे हैं, उन्हीं को राजस्थान में सीएम गहलोत ईमानदार का सर्टिफिकेट दे रहे हैं।
पायलट दिल्ली में:
11 अप्रैल को अनशन समाप्त होने के बाद सचिन पायलट देर रात ही दिल्ली पहुंच गए। जानकार सूत्रों के अनुसार पायलट कांग्रेस के बड़े नेताओं के बुलावे पर दिल्ली पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि अब पायलट की प्रमुख नेताओं से मुलाकात होगी, इनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े भी शामिल हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और गांधी परिवार की प्रमुख सदस्य श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा से भी पायलट का संपर्क बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार पायलट प्रियंका गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं। इधर एक दिवसीय अनशन सफल होने पर राजस्थान भर में पायलट के समर्थकों में भारी उत्साह है।
S.P.MITTAL BLOGGER (12-04-2023)
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