अमिताभ बच्चन और कुमार विश्वास पर वाकई रामजी की कृपा है। दोनों की पत्नियां दूसरी विचारधारा से जुड़ी है, लेकिन फिर भी अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का वीवीआईपी निमंत्रण मिला। पुष्कर तीर्थ से जुड़े स्वामी गोविंद गिरि महाराज ने चरणा मृत पिलाकर पीएम मोदी का उपवास पूरा करवाया।

इसे भगवान राम की कृपा ही कहा जाएगा कि 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन और प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास भी वीवीआईपी अतिथियों के साथ उपस्थित थे। अमिताभ बच्चन और कुमार विश्वास मानते हैं कि उनकी सफलता में पत्नियों का बड़ा योगदान है। सब जानते हैं कि अमिताभ की पत्नी जया बच्चन समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद हैं और कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य हैं। मंजू शर्मा की नियुक्ति कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की थी। अयोध्या में मंदिर निर्माण में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने कितनी बाधाएं खड़ी की यह हर सनातनी अच्छी तरह जनता है। 22 जनवरी को अयोध्या में कुमार विश्वास राष्ट्रीय चैनलों पर स्वयं को रामभक्त और मोदी भक्त प्रदर्शित करते रहे। कुमार विश्वास ने कहा कि मोदी की वजह से ही अयोध्या में मंदिर बना है। ये कुमार विश्वास वही है जिन्होंने कांग्रेस की कृपा से अपनी पत्नी को राजस्थान लोक सेवा आयोग का सदस्य होना स्वीकार किया। एक आरे कुमार विश्वास कांग्रेस की कृपा से पत्नी को महत्वपूर्ण पद दिलवाते हैं तो दूसरी ओर अयोध्या में खड़े होकर पीएम मोदी का गुणगान करते हैं। ऐसा दोहरा चरित्र कुमार विश्वास जैसा राजनेता ही कर सकता है। यह भी सब जानते हैं कि आम आदमी पार्टी में रहते हुए कुमार विश्वास ने 2014 में अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा। जब आम आदमी पार्टी से बाहर निकले तो कांग्रेस ने घुसपैठ कर ली। मंचों से राहुल गांधी की प्रशंसा की तो अशोक गहलोत ने उनकी पत्नी मंजू शर्मा को लाभ का पद दे दिया। अब मंजू शर्मा राजस्थान में आरएएस, आरपीएस, डॉक्टर, इंजीनियर लेक्चर जैसे पदों पर युवाओं का चयन करती है। इसके साथ ही कुमार विश्वास ने अब पीएम मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत की प्रशंसा करना शुरू कर दिया है। कुमार विश्वास को अब यह एहसास हो गया है कि कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है, इसलिए भाजपा की स्तुति करने में लग गए हैं। 
पीएम मोदी को चरणामृत पिलाया:
22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम की प्रतिमा के सामने राष्ट्रीय संत स्वामी गोविंद गिरि महाराज ने पीएम मोदी को चम्मच से चरणामृत पिला कर उपवास पूरा कराया। मालूम हो कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए पीएम मोदी ने 11 दिन का उपवास किया। इन 11 दिनों में मोदी ने सिर्फ नारियल का पानी पीया और सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुरूप जमीन पर रात्रि में विश्राम किया। इन 11 दिनों में यह भी ध्यान रखा गया कि अपने शब्दों से किसी की भावनाएं आहत न हो। यानी 11 दिनों के कठोर तप के बाद ही पीएम मोदी भगवान राम के सामने उपस्थित हुए। पुष्कर के लोगों के लिए यह गर्व की बात है कि पीएम मोदी का उपवास पुष्कर से जुड़े स्वामी गिरि ने पूरा कराया। गोविंद गिरि महाराज न केवल धर्मगुरु है बल्कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष भी हैं। मंदिर निर्माण में गोविंद गिरि जी की महत्वपूर्ण भूमिका है। अब जब पीएम मोदी का उपवास पूरा कराया है तो उनके प्रभाव का अंदाजा लगाया जा सकता है। मोदी ने भी एक धर्मगुरु के तोर पर गोविंद गिरि महाराज का पूरा सम्मान किया। 

S.P.MITTAL BLOGGER (23-01-2024)

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