राहुल गांधी के सम्मान में सचिन पायलट का रोड शो शानदार रहा।

राहुल गांधी के सम्मान में सचिन पायलट का रोड शो शानदार रहा। बस में अशोक गहलोत और सीपी जोशी को भी बैठाया।

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राजस्थान में नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 11 अगस्त को जयपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सम्मान में प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने शानदार रोड शो करवाया। कहने को यह राहुल गांधी का रोड शो था, लेकिन इस रोड शो को शानदार करवाने में सचिन पायलट ने पूरी ताकत लगा दी। रोड शो के लिए दिल्ली से जो खास बस मंगवाई गई उसमें राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत, अविनाश पांडे और सीपी जोशी को भी बैठाया गया। सांगानेर एयरपोर्ट से लेकर रामलीला मैदान तक के मार्ग में कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में खड़े थे। असल में पायलट ने रणनीति बनाकर जयपुर के आसपास के जिलों से कार्यकर्ताओं को बुलाया और पूर्व नियोजित योजना के अनुसार रोड शो वाले मार्ग पर खड़ा कर दिया। इससे ऐसा प्रतीत हुआ कि जयपुर में राहुल को देखने के लिए जबर्दस्त भीड़ उमड़ी है। रामलीला मैदान पर भी कांग्रेस के पदाधिकारियों का सम्मेलन घोषित किया, जबकि यहां बड़ी संख्या में जयपुर-अजमेर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक, अलवर, भरतपुर आदि के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इसे पायलट की सूझबूझ कहा जाएगा कि पहले विधानसभा वार कार्यकर्ताओं को खड़ा कर रोड शो सफल बनाया और फिर कांग्रेस के पदाधिकारियों की बैठक में भी राहुल गांधी के सामने बड़ी संख्या में पदाधिकारियों की उपस्थिति दर्ज करवा दी। इसमें कोई दो राय नहीं कि 11 अगस्त का राहुल गांधी का रोड शो पायलट ने पूरी तैयारी के साथ करवाया था। आमतौर पर अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद के लिए अपने चेहरे की बात करते हैं, लेकिन 11 अगस्त को पायलट ने राहुल गांधी के सामने यह प्रदर्शित किया कि गहलोत के चेहरे के बिना भी कांग्रेस के कार्यकर्ता इतनी बड़ी संख्या में एकत्रित हो सकते हैं। सब जानते है कि राहुल गांधी के जयपुर दौरे के लिए अशोक गहलोत ने कोई भूमिका नहीं निभाई। विधानसभा क्षेत्रों में पिछले तीन चार वर्षों से पायलट के इशारे पर ही जो नेता सक्रिय थे वो ही वाहनों का इंतजाम कर लोगों को जयपुर ले गए। इन सभी की निष्ठा पायलट के प्रति थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी 11 अगस्त को पहली बार जयपुर आए। इसलिए पायलट ने स्वागत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जिस तरह से पूरे मार्ग में गुलाब के फूल बरसाए गए उससे राहुल गांधी भी गदगद नजर आए। सचिन पायलट को भी पता था कि सुरक्षा एजेंसियां सुरक्षा इंतजामों को आगे रख कर राहुल गांधी को भीड़ वाले मार्ग से नहीं गुजरने देगी, इसलिए पायलट ने बाहर के जिलों के कार्यकर्ताओं को पूरे मार्ग पर योजनाबद्ध तरीके से खड़ा कर दिया। बाद में यही कार्यकर्ता रामलीला मैदान पर पहुंच गए।

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