अजमेर में नया बाजार स्थित पशु चिकित्सालय की भूमि पर पार्किंग स्थल और पार्क बनाने पर मेयर बृजलता हाड़ा ने भी सहमति जताई। अजमेर के लोगों की वर्षों पुरानी मांग पूरी होगी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में साढ़े तीन करोड़ रुपए खर्च होंगे। विधायक देवनानी और पूर्व मेयर धर्मेन्द्र गहलोत ने भी खुशी जताई। निगम के लिए एकीकृत भवन बने।

अजमेर के व्यस्ततम नया बाजार स्थित पशु चिकित्सालय की भूमि पर पार्किंग, पार्क, सौंदर्यीकरण आदि का कार्य हो इसकी मांग अजमेर के नागरिकों की वर्षो पुरानी हैं। लेकिन अब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में यह मांग पूरी होने जा रही है। नगर निगम की मेयर श्रीमती बृजलता हाड़ा ने भी पार्किंग और पार्क को बनाने पर अपनी सहमति दे दी है। हाड़ा ने बताया कि गत दिनों जब पुराने चिकित्सालय भवन को गिराया जा रहा था, तब उन्होंने जिला कलेक्टर और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सीईओ प्रकाश राजपुरोहित से आग्रह किया था कि भवन को तोडऩे के बजाए निगम को दे दिया जाए। चूंकि निगम का मुख्यालय इस स्थान से जुड़ा हुआ है, इसलिए भवन निगम के दफ्तर के तौर पर काम आ जाएगा। लेकिन अब निगम ने अपना यह प्रस्ताव भी वापस ले लिया है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में यदि संपूर्ण 7 हजार वर्गगज भूमि पर पार्किंग, पार्क आदि का काम होता है तो निगम को कोई एतराज नहीं है। शहर के विकास में निगम प्रशासन सदैव सहभागी है। वहीं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के एडिशनल चीफ इंजीनियर अविनाश शर्मा ने बताया कि पशु चिकित्सालय अब पूरी तरह शास्त्री नगर में नए भवन में शिफ्ट हो चुका है। नया बाजार में जो भूमि रिक्त हुई है, उस पर चौपहिया और करीब 400 दुपहिया वाहनों की व्यवस्थित पार्किंग निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। चूंकि यह स्थान पुरातत्व महत्व के ऐतिहासिक अजमेर के किले का ही भाग है, इसलिए यहां मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण नहीं हो सकता है। पार्किंग स्थल भूतल पर ही बनेगा, इसलिए भूमि भी अधिक चाहिए। अजमेर का किला देखने आने वाले पर्यटक कुछ देर रुक सके इसके लिए आकर्षक पार्क का निर्माण किया जा रहा है। सभी कार्यों पर कोई साढ़े तीन करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। ठेकेदार को कार्य आदेश दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में नया बाजार आकर्षण का केंद्र होगा। बाजार के दुकानदार और ग्राहक भी अपने वाहनों को पार्किंग स्थल पर खड़े कर सकेंगे। इससे अजमेर की पार्किंग समस्या का समाधान भी हो जाएगा।
भाजपा के शासन में हुआ था एमओयू:
भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी तथा पूर्व मेयर धर्मेन्द्र गहलोत ने बताया कि नया बाजार स्थित पशु चिकित्सालय के स्थान पर पार्किंग स्थल बने इसको लेकर गत भाजपा के शासन में एमओयू हुआ था। समझौते में यह तय हुआ कि कृषि विभाग पशु चिकित्सालय वाली भूमि पर कोई दावा नहीं करेगा। पूर्व में पशुपालन विभाग भी कृषि मंत्रालय के अधीन ही आता था, इसलिए पशु चिकित्सालय पर कृषि विभाग का हक था। पशुओं के  इलाज के लिए शास्त्री नगर में चिकित्सालय भवन का निर्माण करवाने की जिम्मेदारी अजमेर विकास प्राधिकरण को दी गई थी, तथा पार्किंग स्थल बनाने का काम नगर निगम को दिया गया। तभी मल्टी स्टोरी पार्किंग और कुछ स्थान कॉमर्शियल गतिविधियों के लिए आरक्षित किया गया था। लेकिन अब पार्किंग स्थल को केन्द्र सरकार की स्मार्ट सिटी योजना के तहत बनाया जा रहा है। यह शहर वासियों के लिए अच्छी बात है। देवनानी और गहलोत ने कहा कि नगर निगम के लिए एकीकृत भवन होना चाहिए। जहां से निगम का संपूर्ण काम काज हो सके। पीआर मार्ग स्थित निगम का मौजूदा भवन छोटा है। इसलिए गांधी भवन गंज आदि निगम की संपत्तियों में भी कुछ शाखाएं संचालित हैं। अजमेर विकास प्राधिकरण के माध्यम से भूमि को लेकर निगम का नया भवन बनना चाहिए। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में निगम के भवन निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपए का प्रावधान कर रखा है। 
S.P.MITTAL BLOGGER (10-06-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511

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