सत्ता के सामने संघ ही दे सकता है ऐसा संदेश। सीएम को भी माना एक स्वयं सेवक। =================

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10 जनवरी को अजमेर के पुष्कर रोड स्थित आदर्श विद्या निकेतन स्कूल के परिसर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का दो दिवसीय चिंतन शिविर का समापन हो गया। अंतिम दिन इस शिविर में राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे भी अपने रिपोर्ट कार्ड के साथ उपस्थित रहीं। एक दिन पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और अंंतिम दिन सीएम के उपस्थित रहने से संघ का यह शिविर भले ही मीडिया की सुर्खियों में आ गया हो, लेकिन संघ की दृष्टि से यह एक सामान्य प्रक्रिया है। संघ की कार्य प्रणाली के अनुसर हर राज्य में वर्ष में एक बार संघ के विभिन्न संगठनों की समीक्षा बैठक होती है। इस बैठक में संघ के सह सरकार्यवाह भैया जी जोशी उपस्थित रहते हैं। चंूकि भाजपा भी संघ का एक अनुसांगिक संगठन हैं, इसलिए संघ के अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों की तरह ही भाजपा के प्रतिनिधियों को भी बुलाया जाता है, लेकिन मुख्यमंत्री तक की हैसियत एक सामान्य स्वयं सेवक की तरह होती है। दो दिवसीय शिविर में संघ के संगठन मजदूर संघ, सेवा भारती, विश्व हिन्दू परिषद, स्वदेशी जागगण मंच, वनवासी कल्याण परिषद आदि के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। संगठन की दृष्टि से संघ ने राजस्थान को तीन प्रांतों में बांट रखा है। संघ में संगठनों क प्रमुख किसी प्रचारक को ही बनाया जाता है। संघ ने अपने प्रचारकों से इस बात का फीडबैक लिया कि राजस्थान में कैसे हालात हैं। सीएम राजे ने भी एक स्वयं सेवक की तरह बताया कि भाजपा की सरकार विभिन्न क्षेत्रों में क्या-क्या काम कर रही है। संघ का तीन दिवसीय शिविर जिस तरह से हुआ, उससे कहा जा सकता है कि सत्ता के सामने ऐसा संदेश संघ ही दे सकता है। भले ही संघ की राजनीतिक ईकाई के लोग मंत्री बनने के बाद पांच सितारा होटल वाली सुविधाओं का उपयोग करें, लेकिन अजमेर में संघ का तीन दिवसीय शिविर एक स्कूल में ही लगा। कोई चालीस प्रचारक शिविर में उपस्थित रहे। सभी प्रचारक या तो जमीन पर सोए या फिर तखते पर। स्वयं सेवकों ने जो खाना बनाया उसे ही सभी ने खाया। प्रचारक अपने साथ कोई वीआईपी की अटेचियां नहीं लाए। बल्कि एक साधारण सा बैग रहा, जिसमें जरुरत के कपड़े थे।
कई प्रचारकों ने साधारण थैली से ही काम चला लिया। स्वयं भैया जी जोशी भी अपने प्रचारकों के साथ ही स्कूल परिसर में ही ठहरे। सीएम राजे तो सिर्फ शिविर में भाग लेने के लिए ही अजमेर आई। सीएम सरकारी हेलीकॉप्टर से शिविर स्थल के निकट ही उतरीं और फिर शिविर में भाग लेने के बाद वापस हेलीकॉप्टर से जयपुर चली गई। संघ ने मुख्यमंत्री को भी यह संकेत दे दिए कि संघ की कार्य प्रणाली में भाजपा और उसकी सरकार मात्र एक ईकाई है। संघ अपने बूते पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम करता है।
लखावत भी हुए शामिल:
10 जनवरी को संघ के चिंतन शिविर में राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकर सिंह लखावत भी शामिल हुए। आज सुबह ही गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया किसी आवश्यक कार्य से शिविर छोड़ कर चले गए। संघ के शिविर में लखावत की उपस्थिति को भी महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है।
एस.पी.मित्तल) (10-01-17)
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