मेरा बेटा रोहित बलात्कारी हो ही नहीं सकता-जलदाय मंत्री महेश जोशी। अब राजस्थान पुलिस क्या करेगी? महेश जोशी को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए-भाजपा नेत्री पूजा कपिल मिश्रा।

जयपुर की 23 वर्षीय महिला पत्रकार ने दिल्ली में मजिस्ट्रेट के समक्ष भी बता दिया है कि राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी के पुत्र रोहित जोशी से जयपुर, सवाई माधोपुर, दिल्ली आदि स्थानों पर कब कब बलात्कार किया। लेकिन वहीं मंत्री महेश जोशी का कहना रहा कि उनका बेटा रोहित तो बहुत संस्कारी है। वह बलात्कार जैसा कृत्य कर ही नहीं सकता। जोशी का यह भी दावा है कि रोहित ने कभी भी मेरे मंत्री पद का दुरुपयोग नहीं किया। जोशी के इन बयानों से साफ है कि वे बलात्कार के आरोपी बेटे के साथ खड़े हैं। लेकिन सवाल उठता है कि अब राजस्थान पुलिस क्या करेगी? जब सरकार चलाने वाले मंत्री ने आरोपी को निर्दोष बता दिया तो क्या पुलिस में इतनी हिम्मत है कि वह आरोपी के खिलाफ कोई कार्यवाही कर सकें? पीडि़ता को पहले ही आशंका थी कि राजस्थान पुलिस बलात्कारी के आरोपी के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं करेगी, इसलिए पीडि़ता ने दिल्ली में एफआईआर दर्ज करवाई। मंत्री के द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बाद तो राजस्थान पुलिस दिल्ली पुलिस को सहयोग नहीं करेगी। राजस्थान पुलिस की नीयत पर सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी की विधायक दिव्या मदेरणा ने ही सवाल उठा दिए हैं। दिव्या ने कहा है कि पीड़िता की शिकायत पर राजस्थान पुलिस ने एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की? यहां यह उल्लेखनीय है कि 28 फरवरी को जयपुर सदर थाने की पुलिस रोहित जोशी और पीडि़ता को दिल्ली से पकड़ लाई थी। कायदे से तभी कार्यवाही होनी चाहिए थी, लेकिन तब पुलिस मामले में लीपापोती कर रही थी। हो सकता है कि इस मामले में राजस्थान पुलिस की भूमिका आरोपी को बचाने वाली हो, लेकिन अब मंत्री के बयान के बाद दिल्ली पुलिस को राजस्थान पुलिस से कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए। जब मंत्री ने ही आरोपी को निर्देश बता दिया है, तब पुलिस कैसे कोई कार्यवाही कर सकती है। आखिर पुलिस के बड़े अधिकारियों को भी तो अन्य आईपीएस की वरिष्ठता को लांघ कर पदोन्नति चाहिए। ऐसी पदोन्नति तभी मिलती है, जब पुलिस सरकार के इशारे पर काम करे। ऐसे कृपा पात्र आईपीएस कानून के अनुरूप काम नहीं करते हैं। राजस्थान पुलिस का क्या हाल है, यह किसी से छिपा नहीं है। 
जोशी को बर्खास्त किया जाए:
भाजपा महिला मोर्चे की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूजा कपिल मिश्रा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जलदाय मंत्री महेश जोशी को बर्खास्त करने की मांग की है। मिश्रा ने कहा कि यदि जोशी अपने पद पर रहते हैं तो दिल्ली पुलिस को राजस्थान में साक्ष्य भी जुटाने नहीं देंगे। अब जब पीड़िता ने आरोपी रोहित के विरुद्ध मजिस्ट्रेट के समक्ष भी बयान दर्ज करवा दिए हैं, तब महेश जोशी को मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। मिश्रा ने कहा कि समझ में नहीं आता कि कांग्रेस पार्टी उदयपुर में 13 से 15 मई के बीच किस बात का चिंतन कर रही है? यदि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी पुत्री पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को पार्टी की इतनी ही चिंता है तो सबसे पहले बलात्कार पीड़िता से मुलाकात कर उसे न्याय दिलवाएं। एक और मंत्री पुत्री बलात्कार जैसे कृत्य कर रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी चिंतन शिविर लगा रही है। गंभीर बात तो यह है कि मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज हो जाने के बाद भी महेश जोशी को मंत्री पद पर बनाए रखा गया है। उत्तर प्रदेश में होने वाली घटनाओं में तो प्रियंका गांधी मौके पर पहुंच जाती है, जबकि कांग्रेस शासित राजस्थान में बलात्कार की शिकार महिला पत्रकार की कोई सुध नहीं ली जाती है। उल्टे पुलिस आरोपी को बचाने में जुटी हुई है। इससे कांग्रेस के चरित्र का पता चलता है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (11-05-2022)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511

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