इस्लामिक कट्टरपंथियों की हिंसा में झुलस रहा है ईसाई बाहुल्य देश फ्रांस । साढ़े छह करोड़ की आबादी वाले फ्रांस में पचास लाख मुसलमान।

भारत में जहां लाखों हिन्दू, मुस्लिम सूफी संतों की दरगाहों पर जाकर जियारत कर साम्प्रदायिक सौहार्द का परिचय देते हैं, वहीं ईसाई बाहुल्य देश फ्रांस इन दिनों इस्लामिक कट्टरता की ङ्क्षहसा में झुलस रहा है। फ्रांस की आबादी भारत के राजस्थान से भी कम है। राजस्थान की आबादी करीब सात करोड़ हे, जबकि फ्रांस की साढ़े छह करोड़। फ्रांस की साढ़े छह करोड़ की आबादी में पचास लाख मुसलमान हैं। मुस्लिम आबादी में शामिल कट्टरपंथियों ने 2020 में जब हिंसा की तो फ्रांस सरकार ने कट्टरपंथी संगठनों पर अनेक प्रतिबंध लगाए। इनमें कट्टरपंथियों द्वारा स्कूलों पर रोक लगाने के प्रावधान भी किए गए। विदेशी फंडिंग पर भी निगरानी की गई। मस्जिदों पर निगरानी को और कड़ा किया गया। इन प्रतिबंधों से बौखलाए कट्टरपंथी संगठन और उससे जुड़े लोग अब पूरे फ्रांस में हिंसा कर रहे हैं। गंभीर बात यह है कि यह हिंसा यूरोप के अन्य देशों में भी फैल रही है। ताजा हिंसा का कारण 17 वर्षीय किशोर नाहेल एम की पुलिस गोली से मौत होना है। राजधानी पेरिस की पुलिस का कहना है कि नाहेल को जांच के लिए रुकने को कहा था, लेकिन वह भागने लगा, ऐसे में पुलिस को गोली चलानी पड़ी। हालांकि किसी भी व्यक्ति की मौत निंदनीय है, लेकिन लोगों को देश के कानून पर भी भरोसा करना चाहिए। यदि किसी पुलिस अधिकारी ने गलती की है तो उसे सजा भी मिलेगी, लेकिन किसी एक पुलिस अधिकारी की गलती की सजा, देश भर के नागरिकों को नहीं दी जा सकती है। ताजा हिंसा से पूरे फ्रांस में दहशत का माहौल है। यह सही है कि हिंसा में आम और अमन पसंद मुसलमान शामिल नहीं होंगे, लेकिन थोड़े से कट्टरपंथियों की वजह से पूरे फ्रांस के हालात बिगड़े हुए हैं। यूं तो भारत की तरह फ्रांस भी धर्मनिरपेक्ष देश है, लेकिन फ्रांस के किसी भी नागरिक को अपनी धार्मिक परंपराओं का सार्वजनिक प्रदर्शन करने का अधिकार नहीं है। यही वजह है कि सिक्ख समाज के लोग पगड़ी नहीं पहन सकते तो मुस्लिम महिलाओं के बुर्का पहनने पर रोक है। ऐसे प्रतिबंधों से ही कट्टरपंथी संगठन नाराज है। कहा जा रहा है कि नाहेल एम की मौत को आधार बनाकर कट्टरपंथी संगठन अपने दबे गुस्से का इजहार कर रहे हैं। फिलहाल तो कट्टरपंथियों की हिंसा के सामने फ्रांस का कानून और सरकार भी कमजोर साबित हो रही है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (04-07-2023)
Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511

Print Friendly, PDF & Email

You may also like...